शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा खाएं ये चीजें

शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा खाएं ये चीजें

योग गुरु सुनील सिंह

एक स्वस्थ शरीर के लिए हीमोग्लोबिन का स्तर संतुलित होना चाहिए। क्योंकि हीमोग्लोबिन की कमी के ही कारण अनीमिया जैसी बीमारी हो सकती है।  शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखने के लिए आयरन फोलिक एसिड और विटामिन बी की पूर्ति होना बहुत जरूरी है। अगर शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होती है तो शरीर थका हुआ और कमजोर रहता है, यही नहीं हीमोग्लोबिन लेवल कम होने से हमारी किडनी में भी समस्या हो सकती है। आज हम आपको ऐसे ही कुछ खाद्य पदर्थों के बारे में जिससे आप हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ा सकते हैं।

पढ़ें- काजू खाना सेहत के लिए है फायदेमंद, लेकिन इन परिस्थितियों में आपको पहुंचा सकता है हानि

1- हरी सब्जियां खाएं: हरी सब्जियां जैसे- मेथी, पालक आदि में आयरन होता है, जो खून में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में सहायक होती हैं।

2- विटामिन सी युक्त फल खाएं: शरीर में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने के लिए आयरन युक्त चीजे खाना तो बहुत जरूरी है, लेकिन इसके अलावा कई बार अन्य कारणों से भी शरीर में मौजूद आयरन का अवशोषण नहीं हो पाता, इसलिए विटमिन सी से भरपूर चीजें भी खाएं क्योंकि इनकी मौजूदगी में शरीर को मौजूद आयरन का अवशोषण करने में मदद मिलती है।

3- फोलिक एसिड लें: फोलिक एसिड एक एक प्रकार का विटामिन है। ये शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में मदद करता है। हरी पत्तेदार सब्जियों, चावल, अंकुरित अनाज, सूखे सेम, गेहूं के बीज, मूंगफली, केले आदि में फोलिक एसिड पाया जाता हैं।

4- चुकंदर का रस पीएं: चुकंदर सलाद के रूप में खाएं या उसका रस पीएं, ये भी शरीर में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने मदद करता है।

5- नियमित व्यायाम करें: रोजाना व्यायाम करने से भी शरीर में लाल रक्‍त कोशिकाएं बढ़ती हैं।

 

इसे भी पढ़ें-

सूखे की जगह भीगे बादाम खाना होता है ज्यादा फायदेमंद, जानें 5 अनसुने फायदे

शाम 6 बजे के बाद खाना खाने से मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज बढ़ने का खतरा

 

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।